
Arpit Kumar Biography :संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा को भारत की सबसे कठिन और प्रतिष्ठित प्रतियोगी परीक्षाओं में गिना जाता है। हर साल लाखों अभ्यर्थी इस परीक्षा में भाग लेते हैं, लेकिन सफलता सिर्फ उन्हीं को मिलती है जो समर्पण, अनुशासन और मजबूत रणनीति के साथ तैयारी करते हैं। अर्पित कुमार(Arpit Kumar), उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले से आने वाले एक सामान्य पृष्ठभूमि के छात्र ने अपनी मेहनत और लगन से UPSC 2023 में ऑल इंडिया रैंक 136 प्राप्त कर यह साबित कर दिया कि दृढ़ निश्चय और सही दिशा में किया गया प्रयास सफलता की गारंटी है।
अर्पित कुमार का प्रारंभिक जीवन और पारिवार |Arpit Kumar Early Life and Family
अर्पित कुमार का जन्म और पालन-पोषण उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले में हुआ। चित्रकूट धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से प्रसिद्ध स्थान है, लेकिन शैक्षणिक संसाधनों की सीमाएं यहां की एक बड़ी चुनौती रही हैं। अर्पित ने अपनी शुरुआती शिक्षा इसी छोटे से कस्बे में पूरी की। बचपन से ही वे एक मेहनती और जिज्ञासु छात्र रहे। उन्होंने स्कूली जीवन में पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में भी भाग लिया, जैसे युवा संसद, भाषण प्रतियोगिता और खेल।
उनके माता-पिता ने हमेशा उन्हें नैतिक मूल्यों, अनुशासन और समाज सेवा की भावना से प्रेरित किया। यह मूल्य उनके जीवन और व्यक्तित्व में आज भी झलकते हैं।
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अर्पित कुमार का शिक्षा और दिल्ली विश्वविद्यालय की यात्रा | Arpit Kumar education and journey to Delhi University
अर्पित ने 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद राजधानी कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया। वहां उन्होंने राजनीति विज्ञान में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। कॉलेज जीवन में भी वे एक सक्रिय और प्रतिभाशाली छात्र रहे। उन्हें दिल्ली विश्वविद्यालय की निबंध प्रतियोगिता में पहला स्थान मिला, जिससे उनकी लेखन क्षमता और विश्लेषणात्मक सोच उजागर हुई।
कॉलेज में उन्होंने अपने शिक्षकों और सीनियर्स से निरंतर मार्गदर्शन लिया और राजनीति, प्रशासन और समाज विज्ञान जैसे विषयों में गहरी रुचि विकसित की। इसी दौरान उन्होंने UPSC सिविल सेवा परीक्षा की ओर कदम बढ़ाने का मन बना लिया।
अर्पित कुमार की UPSC की तैयारी और संघर्ष |Arpit Kumar UPSC preparation and struggle
स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद, वर्ष 2021 में अर्पित ने UPSC की तैयारी शुरू की। उनके लिए यह एक नया और चुनौतीपूर्ण सफर था, लेकिन उन्होंने इसे पूरी गंभीरता और योजना के साथ अपनाया। शुरुआत में उन्होंने सिलेबस का विस्तृत अध्ययन किया, NCERT किताबों से आधार बनाया और फिर स्टैंडर्ड बुक्स पर फोकस किया।
उनका पहला प्रयास असफल रहा, लेकिन उन्होंने इस असफलता को एक सीखने का अवसर माना। उन्होंने अपनी रणनीति, समय प्रबंधन और उत्तर लेखन कौशल को बेहतर किया और फिर से तैयारी में जुट गए। अपने दूसरे प्रयास में उन्होंने न केवल प्रीलिम्स और मेंस परीक्षा पास की, बल्कि इंटरव्यू में भी बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए रैंक 136 प्राप्त की।
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अर्पित कुमार का वैकल्पिक विषय – हिंदी साहित्य |Arpit Kumar optional subject is Hindi Literature
UPSC में वैकल्पिक विषय का चयन सफलता में एक अहम भूमिका निभाता है। अर्पित कुमार ने हिंदी साहित्य को अपना वैकल्पिक विषय चुना। यह निर्णय उन्होंने अपनी भाषा पर पकड़ और साहित्य में रुचि के आधार पर लिया। हिंदी साहित्य एक स्कोरिंग विषय माना जाता है, लेकिन इसके लिए गहन अध्ययन और उत्तरों में गहराई आवश्यक होती है।
अर्पित की रणनीति थी:
- प्रमुख साहित्यिक कृतियों का विश्लेषणात्मक अध्ययन
- उत्तर लेखन में संतुलन और स्पष्टता
- टॉपर्स की कॉपीज़ का विश्लेषण
- नियमित मॉक टेस्ट और रिवीजन
इस विषय में उनकी पकड़ और अभ्यास ने उन्हें मुख्य परीक्षा में अच्छे अंक दिलाए।
अर्पित कुमार का UPSC मार्कशीट | Arpit Kumar UPSC Marksheet
UPSC 2023 के अंतिम परिणाम में अर्पित कुमार का प्रदर्शन शानदार रहा:
- लिखित परीक्षा: 814 अंक
- इंटरव्यू (व्यक्तित्व परीक्षण): 171 अंक
- कुल अंक: 985
- ऑल इंडिया रैंक: 136
यह अंक दर्शाते हैं कि उन्होंने मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार दोनों में संतुलित प्रदर्शन किया।
अर्पित कुमार की तैयारी रणनीति | Arpit Kumar Preparation Strategy
अर्पित की UPSC तैयारी रणनीति बेहद व्यावहारिक और संतुलित थी। उन्होंने कुछ महत्वपूर्ण बातों पर विशेष ध्यान दिया:
- सिलेबस की स्पष्ट समझ: उन्होंने सिलेबस को बार-बार पढ़ा और हर टॉपिक की गहराई में जाकर तैयारी की।
- पाठ्य सामग्री का सीमित और सटीक चयन: उन्होंने बेसिक किताबों से शुरुआत की, जैसे NCERT, लक्ष्मीकांत, स्पेक्ट्रम, फिर उन्हें बार-बार पढ़ा।
- करंट अफेयर्स का समावेश: समाचार पत्र (जैसे ‘द हिंदू’, ‘दैनिक जागरण राष्ट्र संस्करण’) और मासिक पत्रिकाओं से वर्तमान घटनाओं का गहन अध्ययन किया।
- उत्तर लेखन का नियमित अभ्यास: उन्होंने रोज उत्तर लेखन किया, जिससे मेंस में उनकी प्रस्तुति और गति दोनों में सुधार हुआ।
- मॉक टेस्ट और एनालिसिस: उन्होंने समय-समय पर टेस्ट देकर अपनी तैयारी का मूल्यांकन किया और कमजोरियों पर काम किया।
- इंटरव्यू की तैयारी: मॉक इंटरव्यू, पर्सनल फीडबैक और डीएएफ आधारित प्रश्नों का गहन अभ्यास किया।
अर्पित कुमार का व्यक्तिगत जीवन | Arpit Kumar personal life
अर्पित का व्यक्तित्व बेहद संतुलित और प्रेरणादायक है। वे न केवल पढ़ाई में अव्वल रहे, बल्कि सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों में भी उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। वह अपने स्कूल के क्रिकेट टीम के कप्तान भी रहे हैं। इससे उनके नेतृत्व कौशल, टीम भावना और समय प्रबंधन की झलक मिलती है।
वे एक विनम्र, सामाजिक और सकारात्मक सोच वाले व्यक्ति हैं। उन्होंने कभी अपनी असफलता को हार नहीं माना, बल्कि उसे सीख और सुधार का माध्यम बनाया।
निष्कर्ष
अर्पित कुमार की कहानी उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो UPSC जैसी कठिन परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। छोटे शहर से निकलकर दिल्ली तक का उनका सफर यह दिखाता है कि अगर इरादा मजबूत हो, तो संसाधनों की कमी भी बाधा नहीं बन सकती।