
भारतीय राजनीति में कुछ नाम ऐसे होते हैं जो अपनी विद्वता, वाणी और वैश्विक दृष्टिकोण से अलग ही पहचान बनाते हैं, और शशि थरूर (Shashi Tharoor) उन्हीं चुनिंदा व्यक्तित्वों में से एक हैं। वे न केवल एक अनुभवी सांसद और कांग्रेसी नेता हैं, बल्कि एक प्रसिद्ध लेखक, प्रभावशाली वक्ता और पूर्व संयुक्त राष्ट्र राजनयिक भी हैं। उनकी भाषण शैली, अंग्रेज़ी शब्दों की जटिलता, और भारतीय समाज पर उनका गहन दृष्टिकोण उन्हें बाकी नेताओं से विशिष्ट बनाता है।
शशि थरूर ने विदेश नीति से लेकर सांस्कृतिक विविधता तक, और धर्मनिरपेक्षता से लेकर ब्रिटिश उपनिवेशवाद तक अनेक विषयों पर खुलकर लिखा और बोला है। वे आधुनिक भारत के उन नेताओं में गिने जाते हैं जो विश्व स्तर पर भारत की वैचारिक उपस्थिति को मजबूती से प्रस्तुत करते हैं।
शशि थरूर कौन हैं? | Who is Shashi Tharoor?
शशि थरूर एक प्रसिद्ध भारतीय राजनीतिज्ञ, लेखक, और पूर्व राजनयिक हैं, जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के रूप में कार्य कर रहे हैं। वे केरल के तिरुवनंतपुरम लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं और संयुक्त राष्ट्र में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। उनकी गहरी बुद्धिमत्ता, बेबाक वक्तव्य शैली और बहुभाषीय लेखनी के कारण वे भारतीय राजनीति और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर एक प्रभावशाली व्यक्तित्व माने जाते हैं।
शशि थरूर का जन्म और प्रारंभिक जीवन | Shashi Tharoor Birth and early life
शशि थरूर का जन्म 9 मार्च 1956 को लंदन, यूनाइटेड किंगडम में हुआ था। उनका पालन-पोषण भारत में हुआ, और उन्होंने बचपन से ही पढ़ाई में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। उनकी रुचि साहित्य, इतिहास और अंतरराष्ट्रीय मामलों में बचपन से ही थी। वे मलयाली परिवार से हैं, और उनका बचपन मुंबई, कोलकाता और दिल्ली जैसे विभिन्न शहरों में बीता।
शशि थरूर की शिक्षा | Shashi Tharoor Education
शशि थरूर ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के कैम्पियन स्कूल और कोलकाता के सेंट जेवियर्स कॉलेज से प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेन्स कॉलेज से बी.ए. (ऑनर्स) की डिग्री प्राप्त की। उच्च शिक्षा के लिए वे अमेरिका गए और फ्लेचर स्कूल ऑफ लॉ एंड डिप्लोमेसी, टफ्ट्स यूनिवर्सिटी से एम.ए., एम.ए.एल.डी. और पीएच.डी. की उपाधियाँ प्राप्त कीं। वे महज़ 22 वर्ष की आयु में पीएच.डी. प्राप्त करने वाले सबसे कम उम्र के छात्रों में से एक थे।
शशि थरूर का परिवार | Shashi Tharoor Family
शशि थरूर के पिता चंद्रन थरूर एक विज्ञापन पेशेवर थे। उनकी पहली पत्नी क्रिस्टा गिल्स कनाडा की नागरिक थीं, जिनसे उनके दो बेटे हैं – ईशान और करण। बाद में उनका तलाक हो गया और उन्होंने सुनंदा पुष्कर से विवाह किया। सुनंदा पुष्कर का 2014 में रहस्यमय परिस्थितियों में निधन हो गया, जो एक बड़ा विवाद बना।
शशि थरूर का राजनीतिक करियर | Shashi Tharoor political career
राजनीति में शशि थरूर का आगमन 2009 में हुआ, जब उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर तिरुवनंतपुरम से लोकसभा चुनाव लड़ा और विजयी हुए। वे उस समय देश के सबसे पढ़े-लिखे सांसदों में से एक थे। 2009-2010 में वे विदेश राज्य मंत्री बने। इसके बाद वे मानव संसाधन विकास मंत्रालय और अन्य संसदीय समितियों में सक्रिय रहे। वे 2009, 2014 और 2019 में लगातार तिरुवनंतपुरम से सांसद चुने गए।
शशि थरूर का संयुक्त राष्ट्र में करियर | Shashi Tharoor Career at the United Nations
राजनीति में आने से पहले शशि थरूर ने लगभग 29 वर्षों तक संयुक्त राष्ट्र (UN) में सेवा दी। उन्होंने शरणार्थी मामलों से लेकर शांति मिशनों तक में अहम भूमिका निभाई। वे संयुक्त राष्ट्र के जन सूचना विभाग के अवर महासचिव (Under-Secretary-General) भी रहे। 2006 में वे संयुक्त राष्ट्र महासचिव पद की दौड़ में भी शामिल हुए, और दूसरे स्थान पर रहे।
शशि थरूर की किताबें | Shashi Tharoor Books
शशि थरूर एक लोकप्रिय लेखक भी हैं, जिन्होंने 20 से अधिक किताबें लिखी हैं। उनकी प्रमुख कृतियाँ हैं:
- The Great Indian Novel
- Why I Am a Hindu
- Pax Indica
- Inglorious Empire: What the British Did to India
- An Era of Darkness
उनकी किताबों में भारतीय राजनीति, संस्कृति, इतिहास और धर्म पर विस्तृत विश्लेषण देखने को मिलता है। वे अंग्रेज़ी भाषा में लिखते हैं और उनकी लेखनी विश्लेषणात्मक तथा व्यंग्यात्मक होती है।
शशि थरूर से जुड़े विवाद | Shashi Tharoor Controversy
शशि थरूर का जीवन विवादों से भी अछूता नहीं रहा है। उनकी दूसरी पत्नी सुनंदा पुष्कर की मृत्यु एक बड़ा राजनीतिक और सामाजिक विवाद बना। इसके अलावा, ट्विटर पर उनके कुछ टिप्पणियाँ भी कई बार चर्चा का विषय बनीं, जिनमें “cattle class” और “holy cows” जैसे शब्दों के इस्तेमाल पर आलोचना हुई। फिर भी उन्होंने हमेशा अपने विचारों की स्वतंत्रता को प्राथमिकता दी है।
शशि थरूर को मिले पुरस्कार और सम्मान | Shashi Tharoor award & achievement
शशि थरूर को उनकी सेवाओं और लेखन कार्य के लिए कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं, जैसे:
- Commonwealth Writers’ Prize
- Ramanath Goenka Excellence in Journalism Award
- Encyclopaedia Britannica’s Person of the Year (2012)
उनके लेखन और राजनयिक कार्य को वैश्विक मंचों पर सराहा गया है।
शशि थरूर की विचारधारा और भाषण शैली | Shashi Tharoor Ideology and speech style
शशि थरूर एक उदार विचारधारा के समर्थक हैं। वे धर्मनिरपेक्षता, लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के पक्षधर हैं। उनके भाषणों में गहन ज्ञान, ऐतिहासिक संदर्भ, और उत्कृष्ट अंग्रेज़ी भाषा का प्रभावशाली संयोजन देखने को मिलता है। उनके संसदीय भाषण सोशल मीडिया पर बहुत लोकप्रिय होते हैं और युवा वर्ग के बीच उन्हें एक ‘बौद्धिक नेता’ के रूप में देखा जाता है।
शशि थरूर का सोशल मीडिया प्रभाव | Shashi Tharoor Social Media Influence
शशि थरूर ट्विटर और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बेहद सक्रिय हैं। वे अपने विचारों, लेखों और कार्यक्रमों को साझा करते हैं। उनकी अंग्रेज़ी शब्दावली इतनी समृद्ध होती है कि उनके ट्वीट “थरूरीज़्म” (Tharoorism) के नाम से मशहूर हो चुके हैं। युवा वर्ग उनके ट्वीट्स और भाषणों को प्रेरणास्पद मानता है।
निष्कर्ष
शशि थरूर एक बहुआयामी व्यक्तित्व हैं—एक सफल राजनयिक, लोकप्रिय लेखक, प्रभावशाली वक्ता और सक्रिय राजनीतिज्ञ। वे न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर भी भारतीय राजनीति और संस्कृति की आवाज़ बने हैं। उनके विचार, लेखन और भाषण भारत के बौद्धिक और राजनीतिक विमर्श को समृद्ध करते हैं।