भारत के मशहूर अभिनेता देव आनंद की जीवनी | Dev Anand Biography in Hindi 

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देवानंद, जिनका वास्तविक नाम धर्म देव पिसोरीमल आनंद था, भारत के प्रमुख अभिनेता थे। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत में फिल्मों में केवल अभिनेता के रूप में काम किया था, लेकिन बाद में जब वे सुपरस्टार बन गए, तो उन्होंने निर्माता और निर्देशक का भी काम किया।

देवानंद का जन्म 26 सितंबर 1923 को शंकरागढ़, पंजाब, ब्रिटिश भारत (अब पाकिस्तान) में हुआ था। वे हिंदी सिनेमा की दुनिया में बड़ा नाम बनाएं और अपने अभिनय के साथ दर्शकों के दिलों में बस गए।

उनकी मृत्यु 3 दिसंबर 2011 को हृदयाघात के कारण लंदन, इंग्लैंड में हुई। उनकी फ़िल्में हमेशा उन्हें याद रखेंगी और उनका कला दर्शकों के दिलों में जिंदा रहेगा। 

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भारत के मशहूर अभिनेता देव आनंद की जीवनी | Dev Anand Biography in Hindi 

देव आनंद की जीवनी परिचय (Dev Anand Biography in Hindi)

संक्षिप्त परिचय

नामदेव आनंद
उपनामधर्म देव पिशोरीमल आनंद
प्रोफेशनहीरो, निर्देशक और निर्माता
जन्म26 सितंबर 1923
जन्म स्थानशंकरागढ़, पंजाब, ब्रिटिश भारत (अब पाकिस्तान)
स्कूलसेक्रेड हार्ट स्कूल, डलहौसी (तब पंजाब में)
कॉलेजब्रिटिश भारत के सरकारी कॉलेज, लाहौर
शिक्षा अंग्रेजी साहित्य में बीए की डिग्री
प्रेमिकासुरैया, अभिनेत्री (1948-1951)
पसंदीदा अभिनेत्री स्नेहप्रभा प्रधा
पसंद के हीरोअशोक कुमार, चार्ली चैपलिन
वैवाहिक स्थितिविवाहित
पत्नीकल्पना कार्तिक
नागरिकताभारतीय
धर्महिंदू

देव आनंद का जन्म और प्रारम्भिक जीवन (Dev Anand Birth and Early life)

देव आनंद का जन्म 26 सितंबर 1923 को शंकरागढ़, पंजाब, ब्रिटिश भारत (अब पाकिस्तान) में हुआ था। उनके पिता का नाम पिशोरिमल लाल आनंद था, जो गुरदासपुर जिला के न्यायालय में एक प्रमुख वकील थे। उनके परिवार में चार बेटे थे, और देव आनंद तीसरे बेटे थे। उनकी एक बहन का नाम शील कांता कपूर था, जो किसी फिल्म निर्देशक शेखर कपूर की मां थीं।”

देव आनंद की शिक्षा (Dev Anand Education)

देव आनंद ने अपनी पढ़ाई स्कूल सेक्रेड हार्ट स्कूल, डलहौसी (तब पाकिस्तान में) से की, और पढ़ाई करने के लिए धर्मशाला में कॉलेज में अध्ययन किया। बाद में उन्होंने ब्रिटिश भारत के सरकारी कॉलेज, लाहौर से अंग्रेजी साहित्य में बीए की डिग्री हासिल की।

देव आनंद का सादी और बच्चे (Dev Anand Marriage and children)

1948-1951 के बीच, देव आनंद का सुरैया के साथ प्यार था, लेकिन सुरैया की नानी की असहमति के कारण उनकी शादी नहीं हो सकी।

1954 में, देव आनंद ने फिल्म “टैक्सी चालक” के शूटिंग के दौरान एक बॉलीवुड अभिनेत्री कल्पना कार्तिक से मिलकर उनसे शादी कर ली। इस शादी से उनके दो बच्चे हैं, सुनील आनंद और देवना आनंद।

देव आनंद का परिवार (Dev Anand Family)

माताशेखर कपूर
पितापिशोरी लाल आनंद (वकील)
भाईमनमोहन आनंद (वकील), चेतन आनंद (निर्माता, निर्देशक, पटकथा लेखक), विजय आनंद
बहनशीला कांता कपूर
पत्नीकल्पना कार्तिक (अभिनेत्री)
बच्चेसुनील आनंद, देविना आनंद (नारंग)

देव आनंद का कैरियर (Dev Anand Career)

देव आनंद ने अपने प्यार के लिए अपने घर को छोड़ दिया और मुंबई के चर्चगेट स्थित सैन्य सेंसर कार्यालय में केवल रुपये 160 की एक रियायती वेतन के साथ अपना करियर शुरू किया।

शीघ्र ही, प्रभात टॉकीज की फिल्म “हम एक है” (1946) में अभिनय के लिए उन्हें एक अभिनेता के रूप में चुना गया। वे पुणे में फिल्म की शूटिंग करते समय अपने साथी अभिनेता गुरु दत्त के साथ दोस्ती करने लगे।

जल्द ही, देव आनंद ने एक समझौता किया: अगर वे एक फिल्म का निर्माण करेंगे, तो गुरु दत्त उसे निर्देशित करेंगे; और अगर गुरु दत्त एक फिल्म का निर्माण करेंगे, तो देव आनंद उसमें काम करेंगे।

देव को उनके पसंदीदा स्टार अशोक कुमार ने उनके पहले बड़े ब्रेक की संभावना दी। अशोक कुमार ने स्टूडियो में घूमते समय देव को देखा और 1948 में आई बॉम्बे टॉकीज की फिल्म “जिद्दी” के लिए उन्हें नायक के रूप में चुना। यह उनकी पहली सफलता थी और उन्हें खिताब भी मिला।

उनके बड़े भाई चेतन आनंद फिल्म निर्देशक थे और उनके साथी अभिनेत्री के रूप में उनके फिल्मों में भाग लिया करती थीं। उनके भाईओं का योगदान उन्हें फिल्म जगत में मशहूरी दिलाने में मदद करा।

1949 में, उन्होंने अपने बड़े भाई चेतन आनंद के साथ मिलकर “नवकेतन फ़िल्म” की स्थापना की और उनके नवकेतन फ़िल्म का हिस्सा बने। देव आनंद ने अपने लगभग 65 वर्षों के फिल्मी करियर में लगभग 115 हिंदी फिल्मों में काम किया, और इनमें से लगभग 98 फिल्मों में नायक की भूमिका निभाई। उन्होंने 2 अंग्रेजी फिल्मों में भी अभिनय किया।

देव आनंद का पुरस्कार और सम्मान (Dev Anand aword and achievement)

  • 1959: “काला पानी” के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता
  • 1965 : “गाइड” के लिए हिंदी में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
  • 1967:  “गाइड” के लिए सर्वश्रेष्ठ फिल्म फिल्मफेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
  • 1967: “गाइड” के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता फिल्मफेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
  • 1991: फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड
  • 2001: भारत का तीसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।
  • 2002:  दादासाहेब फाल्के पुरस्कार, सिनेमाई उत्कृष्टता के लिए भारत का सर्वोच्च पुरस्कार 

देव आनंद की मृत्यु (Dev Anand Death date)

3 दिसंबर 2011 को, जब उनकी आयु 88 वर्ष थी, देव आनंद ने लंदन के वाशिंगटन मेफेयर होटल के अपने कमरे में हृदय अटैक की वजह से इस दुनिया को अलविदा कह दिया।

10 दिसंबर को, उनके अंतिम आयोजन लंदन में एक छोटे चैपल में हुआ, जिसके बाद उनकी अस्थियों को गोदावरी नदी में विसर्जन के लिए भारत भेज दिया गया।

देवानंद से कुछ जुडी रोचक जानकारी (Dev Anand Some interesting fact)

  • देव आनंद ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद भारतीय नौसेना में शामिल होने की इच्छा रखी थी, लेकिन किसी कारणवश यह संभावना नहीं हुई। उन्होंने बाद में सेन्सर कार्यालय में काम किया, जहां उनको 165 रुपये प्रति महीना मिलते थे।
  • देव आनंद को पहली बार अशोक कुमार ने अपनी फिल्म “जिद्दी” के लिए चयन किया था।
  • देव आनंद और गुरु दत्त के बीच गहन मित्रता थी, जिसके कारण वे गुरुदत्त की फिल्मों में मुख्य भूमिका निभाते थे।
  • उनके अभिनय करियर के दौरान, उन्हें साल में सिर्फ सात से ज्यादा फिल्में नहीं करने दिया जाता था, क्योंकि ऐसा नियम था।
  • देव आनंद की फिल्म “हरे राम हरे कृष्णा” (1971) बहुत पॉपुलर थी।
  • उन्होंने हॉलीवुड फिल्म ‘द एविल इन’ (1970) में भी अभिनय किया था।
  •  देव आनंद ने फिल्म “विद्या” (1948) की शूटिंग के दौरान अभिनेत्री सुरैया के साथ काफी करीबी दोस्ती बनाई थी।
  • उनकी एकमात्र फिल्म “गाइड” (1965) ही थी, जिसमें उनकी मौत हो जाती है।
  • उन्हें पद्म भूषण और दादा साहेब फाल्के पुरस्कार जैसे महत्वपूर्ण पुरस्कार मिले हैं।
  • एक बार, उन्होंने फिल्म “जैकेट” के लिए 800 से अधिक जैकट्स का संग्रह किया था।”

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