
भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक UPSC को पहली बार में क्रैक करना लाखों युवाओं का सपना होता है, लेकिन इसे हकीकत में बदलने का कारनामा सृष्टि जयंत देशमुख ने कर दिखाया। आज हम आपको बताएंगे उस लड़की की कहानी, जिसने मेहनत, अनुशासन और आत्मविश्वास से देश की सबसे प्रतिष्ठित सेवा IAS तक का सफर तय किया।
IAS बनने का सपना और शुरुआत
सृष्टि जयंत देशमुख ने 2018 में UPSC परीक्षा में ऑल इंडिया 5वीं रैंक हासिल कर इतिहास रच दिया। खास बात ये रही कि वह उस साल की महिला उम्मीदवारों में टॉपर थीं। सृष्टि की यह सफलता सिर्फ उनके लिए नहीं, बल्कि उन लाखों लड़कियों के लिए भी एक प्रेरणा है, जो बड़े सपने देखती हैं।
शुरुआती जीवन और शिक्षा
सृष्टि का जन्म 28 मार्च 1995 को मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के कस्तूरबा नगर में हुआ। उनके पिता जयंत देशमुख एक इंजीनियर हैं, जबकि माँ सुनीता देशमुख एक स्कूल टीचर हैं। पढ़ाई के प्रति लगन बचपन से ही दिखने लगी थी। कार्मेल कॉन्वेंट स्कूल, भोपाल से पढ़ाई करते हुए उन्होंने 10वीं में 8 CGPA और 12वीं में 93.4% अंक हासिल किए।
इसके बाद उन्होंने इंजीनियरिंग के लिए राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में दाखिला लिया और 2018 में B.Tech की डिग्री पूरी की। इस दौरान वो NCC और स्काउट-गाइड जैसे सह-शैक्षणिक गतिविधियों में भी सक्रिय रहीं।
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UPSC की तैयारी और संघर्ष
इंजीनियरिंग के बाद सृष्टि ने UPSC की तैयारी शुरू की और पहले ही प्रयास में यह मुश्किल परीक्षा पास कर ली। उन्होंने दिन में 8–9 घंटे नियमित पढ़ाई की और सोशल मीडिया से दूरी बना ली। उनके अनुसार, “डिसिप्लिन और फोकस ही सफलता की चाबी है।”
सृष्टि ने Drishti IAS जैसी कोचिंग से इंटरव्यू की तैयारी की, जो कि डॉ. विकास दिव्यकीर्ति के नेतृत्व में चलता है। उन्होंने हर स्टेज — प्रीलिम्स, मेन्स और इंटरव्यू — में शानदार प्रदर्शन किया।
IAS बनने के बाद की पोस्टिंग
UPSC परीक्षा पास करने के बाद सृष्टि को मध्य प्रदेश कैडर मिला। उनकी पहली पोस्टिंग डिंडोरी जिले में असिस्टेंट कलेक्टर के रूप में हुई। वर्तमान में वह नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा में उपखंड अधिकारी (SDM) के पद पर कार्यरत हैं। इससे पहले उन्हें भोपाल में निर्वाचन अधिकारी के रूप में भी नियुक्त किया गया था।
शादी और व्यक्तिगत जीवन
सृष्टि ने 23 अप्रैल 2022 को IAS नागार्जुन बी. गोडवा से विवाह किया। दोनों की मुलाकात लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA) में ट्रेनिंग के दौरान हुई थी, जहाँ से उनकी दोस्ती प्यार में बदली। नागार्जुन मूल रूप से कर्नाटक से हैं।
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संपत्ति और सैलरी
IAS अधिकारी के तौर पर सृष्टि की मासिक सैलरी करीब 56,000 से लेकर 2.25 लाख रुपये तक होती है, जो ग्रेड, पोस्ट और अनुभव पर निर्भर करती है। इसके अलावा, उन्हें सरकारी आवास, गाड़ी, स्टाफ और अन्य सुविधाएं भी मिलती हैं।
क्यों हैं सृष्टि देशमुख लाखों की प्रेरणा?
सृष्टि की कहानी सिर्फ एक सफलता की कहानी नहीं है, बल्कि यह दर्शाती है कि अनुशासन, धैर्य और मेहनत से कोई भी मुश्किल परीक्षा पास की जा सकती है। उन्होंने यह भी साबित किया कि बेटियाँ किसी भी क्षेत्र में बेटों से कम नहीं होतीं।
यदि आप भी IAS बनने का सपना देख रहे हैं, तो सृष्टि जयंत देशमुख की कहानी आपको जरूर प्रेरणा देगी — क्योंकि उन्होंने सिर्फ परीक्षा नहीं पास की, बल्कि लाखों युवाओं के दिलों में जगह बना ली।