थाने से निकल कर UPSC टॉपर बने IPS – अभिषेक यादव की कहानी आपको मोटिवेट कर देगी!

UPSC की राह पर इंस्पेक्टर की वर्दी छोड़ने वाले अभिषेक यादव की प्रेरणादायक कहानी

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Abhishek Yadav's story of leaving the police station and becoming a UPSC topper and becoming an IPS officer will motivate you!

हर साल लाखों युवा UPSC की परीक्षा की तैयारी करते हैं, लेकिन कुछ ही लोग ऐसे होते हैं जो अपने सपनों के लिए बड़ी कुर्बानियां देने का साहस रखते हैं। ऐसी ही एक कहानी है IPS अधिकारी अभिषेक यादव की, जिन्होंने एक सुरक्षित और प्रतिष्ठित नौकरी – इंस्पेक्टर की वर्दी – को छोड़कर UPSC की कठिन परीक्षा में सफलता पाई और देश के सबसे प्रतिष्ठित पदों में से एक पर पहुंच गए।

उनकी यह कहानी सिर्फ एक परीक्षा पास करने की नहीं है, यह कहानी है जुनून, संघर्ष, मेहनत और आत्मविश्वास की – जो हर UPSC aspirant के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

अभिषेक यादव का प्रारंभिक जीवन

अभिषेक यादव का जन्म उत्तर प्रदेश के एक सामान्य मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता सरकारी सेवा में थे और माता एक गृहिणी। बचपन से ही अभिषेक पढ़ाई में तेज थे और अनुशासनप्रियता उनके स्वभाव में थी।

बचपन में ही उन्होंने पुलिस की वर्दी पहनने का सपना देखा था, और अपनी कड़ी मेहनत से उन्होंने UP पुलिस में सब-इंस्पेक्टर की नौकरी हासिल की।

थाने की नौकरी से UPSC की तैयारी तक

सब-इंस्पेक्टर की नौकरी में अभिषेक को कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी मिली। वे दिन-रात थाने में ड्यूटी निभाते थे, लेकिन उनके दिल में एक और सपना था – IAS या IPS बनने का।

जहां ज़्यादातर लोग नौकरी में व्यस्त होकर अपने सपनों को भूल जाते हैं, वहीं अभिषेक यादव ने अपनी थकान को ताक पर रखकर हर रात किताबें खोलीं। थाने में ड्यूटी के बाद 5-6 घंटे की पढ़ाई करना, सोशल मीडिया से दूरी बनाना, और हर दिन को अपने लक्ष्य के करीब लाने की कोशिश करना – यही बना उनके संघर्ष का आधार।

पढ़ाई के साथ संतुलन

अभिषेक ने ड्यूटी और पढ़ाई के बीच संतुलन बनाने का बेहतरीन उदाहरण पेश किया। वे खाली समय में नोट्स बनाते, प्रैक्टिस टेस्ट देते और इंटरव्यू की तैयारी भी करते। उन्होंने बिना कोचिंग के, केवल ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और सेल्फ स्टडी के माध्यम से अपनी तैयारी की।

उनका मानना था – “अगर मन में दृढ़ निश्चय हो, तो कोई भी परिस्थिति हमें रोक नहीं सकती।”

पहली बार में नहीं मिली सफलता

अभिषेक यादव को UPSC परीक्षा में पहली बार में सफलता नहीं मिली। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। वह जानते थे कि असफलता सफलता का पहला कदम होती है। उन्होंने अपनी रणनीति बदली, गलतियों से सीखा और एक बार फिर पूरी ताकत के साथ मैदान में उतरे।

UPSC में सफलता और IPS बनने की कहानी

अंततः अभिषेक यादव की मेहनत रंग लाई और उन्होंने UPSC की परीक्षा में शानदार सफलता हासिल की। उनका चयन IPS (भारतीय पुलिस सेवा) में हुआ। यह केवल एक परीक्षा पास करने की बात नहीं थी, यह उस व्यक्ति की जीत थी जिसने अपने कम्फर्ट ज़ोन से बाहर निकलकर देश की सेवा के लिए नया रास्ता चुना।

आज अभिषेक यादव एक प्रभावशाली और जनता के लिए समर्पित IPS अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं।

नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा

अभिषेक यादव की कहानी सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं है, बल्कि हर उस युवा की है जो बड़ी सोच रखता है लेकिन संसाधनों की कमी से घबराता है।

उनकी यह यात्रा हमें सिखाती है कि यदि इरादे मजबूत हों, तो थाने से UPSC तक की यात्रा भी मुमकिन है।

निष्कर्ष

IPS अभिषेक यादव का सफर इस बात का प्रमाण है कि सफलता केवल टैलेंट की नहीं, बल्कि लगातार मेहनत, आत्मविश्वास और त्याग की भी होती है। अगर आप भी अपने सपनों को साकार करना चाहते हैं, तो अभिषेक यादव की कहानी से बेहतर प्रेरणा आपको कहीं और नहीं मिलेगी।

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